
कुशीनगर । कसया थाना अंतर्गत कुशीनगर चौकी क्षेत्र के भैंसहा पकड़ीहवा के समीप एनएच 28 खजुरिया नहर शाखा की पटरी के किनारे मिला नवजात शिशु अत्यंत दुःखद और मानवता को झकझोर देने वाला मामला है। एक नवजात शिशु का नहर की पटरी के किनारे इस प्रकार रोते-बिलखते मिलना न केवल समाज की संवेदनहीनता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कहीं न कहीं हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी और नैतिकता पर प्रश्नचिह्न लग गया है। ऐसे मामलों पर हमें विचार करना होगा लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि नवजात शिशु को इस प्रकार त्यागना एक गंभीर अपराध है, और यह किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
कई बार महिलाएं मानसिक, सामाजिक या आर्थिक दबाव के कारण ऐसे कठोर निर्णय लेती हैं। हमें ऐसी महिलाओं के लिए सुरक्षित और गोपनीय सहायता केंद्र उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करे, और जहां कहीं भी ऐसे संकेत मिलें, वहां तत्काल रेस्क्यू और पुनर्वास की व्यवस्था हो आम लोगों को भी आगे आकर ऐसे बच्चों को सुरक्षित हाथों में सौंपने की कोशिश करनी चाहिए, बजाय उन्हें असहाय छोड़ने के।
यह एक बच्चा है, जो दुनिया में आने के तुरंत बाद ही इस क्रूरता का शिकार हुआ। लेकिन हम सब मिलकर इसकी कहानी बदल सकते हैं — उसे एक सुरक्षित, स्नेह भरा जीवन देकर।